नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है शिवांश! और हम आपको इस आर्टिकल के जरिये बताएँगे की Programming language क्या होता है?
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Programming language क्या होता है in Hindi |
Programming language क्या होता है?
Programming language एक computer language होता है जिसका उपयोग developer या programmer के द्वारा computer को task देने के लिए किया जाता है|
साधारण शब्दों में समझें तो वैसा language जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर को instruction देने के लिए किया जाता है उसे programming language कहा जाता है| Programming language का इस्तेमाल software बनाने के लिए किया जाता है|
सबसे पहले आपको यह जानना बहुत जरूरी है कि कोई भी Computing Device केवल मशीन भाषा को ही समझ सकती है । कंप्यूटिंग सिर्फ बाइनरी नंबर को ही समझते हैं बाइनरी नंबर का मतलब 0 और 1 के रूप में हमारे सभी कंप्यूटर, लैपटॉप और अन्य Device समझते हैं । जैसे – हम जब किसी अक्षर को अपने कंप्यूटर या अन्य किसी Computing Device में लिखते हैं तो 0 और 1 के रूप में उसे समझता है उदाहरण के तौर पर हमने A लिखा तो यह Computer इसे 011010 के रूप में समझेगा।
किसी भी Computing Device जैसे Mobile , Laptop , Computer , Calculator आदि सभी पर जब भी हम कोई न कोई काम करते हैं तो वहां पर हमें हर एक काम को करने के लिये एक Software की जरूरत होती जोकि उस Device में होता है । अब बात आती कि हर एक अलग तरीके के काम के लिये अलग अलग Software की जरूरत क्यों पड़ती है और यह सॉफ्टवेयर या अप्पीकेशन एक Programming Language के द्वारा बनाये जाते हैं ।
आसान भाषा में कहे तो प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पहले से लिखे गए निर्देशों का समूह होता है जिनका उपयोग करके हम प्रोग्राम लिखते हैं और Appication या Software बनाकर अपने Device में चला सकते हैं । प्रोग्राम लिखने की प्रक्रिया ही Coding कहा जाता है।
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Programming Language के बारे में जानने से पहले हम Program, Programmer और language के बारे में जानेंगे ताकि आर्टिकल आपको आसानी से समझ में आ जाये।
Program:
Instruction का ऐसा सेट जिसके द्वारा कंप्यूटर कुछ perform कर सके उसे program कहा जाता है। Program के बिना कंप्यूटर किसी भी काम का नहीं है। जैसे मान लीजिये आपको कंप्यूटर से 2 + 2 का output चाहिए तो इसके लिए कंप्यूटर में कैलकुलेटर बना हुआ है, जिसमें पहले से program set किया गया है उसके अनुसार आपको output provide होगा।
Programmer:
वैसा इंसान जो computer में program लिखता है यानी की code लिखता है उसे programmer कहा जाता है| Programmer को coder और software developer के नाम से भी जाना जाता है।
Language
एक दूसरे जे जुड़ने का एक ऐसा माध्यम जिसके द्वारा हम किसी दुसरे को अपनी बात समझा कसें उसे Language (भाषा) कहा जाता है।
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Programming language दो प्रकार के होते हैं?
- Low level language
- High level language
Low Level Language
Low level language programming language का एक type है| इस programming language में code binary (0 or 1) के form में होते हैं जो की केवल machine readable होते हैं| यह code human readable नहीं होता है।
Low level language दो प्रकार के होते हैं:
- Machine language
- Assembly language
Machine language
वैसा instruction जो की binary form में होता है जिसे CPU आसानी से read कर सकता है उसे Machine language कहा जाता है| साधारण शब्दों में कहें तो वैसा language जो machine readable हो यानी की machine के लिए बना हो उसे machine language कहा जाता है|
Machine language binary form में होते हैं| इसे programming का First generation language भी कहा जाता है| यह language human readable नहीं होता है| यह language computer to computer vary करता है मतलब की computer dependent होता है।
Assembly language
ये भी machine language का एक type है| इस language में एक programmer programming code को binary code के जगह symbolic code में लिखता है| Symbolic code किसी भी operation का short form होता है जैसे की Subtraction के लिए SUB, Addition के लिए ADD etc. इसलिए इस language को low level symbolic language कहा जाता है।
Assembly language को second generation programming language भी कहा जाता है| जो program assembly language में लिखे जाते हैं उसे mnemonic code के नाम से भी जाना जाता है।
High level language
इनमें प्रोग्राम को लिखने और समझने के लिए Full Flexed Syntax का उपयोग किया जाता है जिसे एक Programmer या फिर मानव बहुत ही आसानी से समझ सकता है लेकिन वहीं पर High Level Language को Computer आसानी से नही समझ पाता है इसके लिए Compiler या फिर Interpreter का उपयोग किया जाता है जोकि हमारे लिखे गए प्रोग्राम को Machine Language में बदल कर Computer के समझने योग्य बना देता है।
इसके कई प्रकार होते है जैसे:
- C
- C++
- Java
- Python
- Kotlin
- PHP etc,
High level language English language में लिखे जाते हैं जैसे की cout, cin, print, echo etc. परन्तु सभी high level language के लिखने का रूल और grammar अलग अलग होता है उसे उस language का syntax कहा जाता है।
High level language human readable होता है जिसके कारण computer को समझने के लिए उसे translate करना पड़ता है| सभी high level language के पास अपना अपना translator होता है जिसके द्वारा high level language को machine language में convert किया जाता है मतलब की 0 और 1 के फॉर्म में convert किया जाता है।
Programming Language को भी कई प्रकार से बांटा गया है:
Scripting Programming Language:
कभी कभी यह Languages Procedural और Object Oriented programming के तरह काम करती हैं लेकिन यह पूरी तरह से Programming Language नही होती हैं । जिनका Syntax और लिखना का तरीका बहुत ही आसान होता है । ज्यादातर यह भाषएँ Frontend Development में काम आती हैं । आजकल User Interaction को ध्यान में रक्खा जाये तो यह बहुत ही जरूरी Language बन गयी जिन्हें सीखना ही चाहिए एक Software Enginneer को।
Object Oriented Programming Language:
इस प्रकार की language को समझना बहुत ही आसान होता है क्योंकि इन भाषाओं में Real Life में उपलब्ध जीव या फिर वस्तु को आधार मानकर प्रोग्रामिंग की जाती है। इसे OPP’s के नाम से भी जाना जाता है। Object Oriented Programming Language का उपयोग आजकल बहुत ज्यादा किया जाता है, क्योंकि इनमें बहुत से Methods है जिनका उपयोग करके हम बहुत कम समय में बहुत Effective प्रोग्राम को लिख सकते हैं । इतना ही Object Concept के आधार पर हम एक बने हुए प्रोग्राम के भाग को हम अपनी इच्छानुसार जिस जगह चाहे उपयोग कर सकते हैं जिससे हमें एक ही काम के लिए Same Code बार बार नही लिखना पड़ता है।
Procedural Programming Language
इस प्रकार की लैंग्वेज में सभी लिखी गयी Lines एक एक Sequence में होती है और इनमें Variables बहुत ही ज्यादा उपयोग किये जाते हैं और काफी Loops का भी उपयोग होता है ।
इस तरह की लैंग्वेज में लिखे गए प्रोग्राम की हर एक Line एक के बाद एक Execute होती हैं । इसे हम Structured Language भी कह सकते हैं।
Functional Programming Language:
इस प्रकार की Language का उपयोग मुख्यतः Data को Store करने के लिए किया जाता है । इसमें Loops की जगह Recursive Functions का उपयोग किया जाता है । इस में किसी Functions से ली जा रही Values पर फोकस करते हैं ।
दोस्तो आशा करता हूं कि आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई होगी और अगर आपको फिर भी समझने में परेशानी हुई या कोई पॉइंट समझ नहीं आया तो आप अपने सवाल हमसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है। धन्यवाद
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